नई दिल्ली, जून 11 -- रूस और उत्तर कोरिया के बीच सीधी ट्रेन सेवा दोबारा शुरू हो रही है - लेकिन यह सिर्फ एक रेल सेवा नहीं, बल्कि दुश्मनों को 'रेड सिग्नल' है। यह सिर्फ यात्रियों की सुविधा के लिए नहीं है, जानकारों के मुताबिक, यह दोनों देशों के बढ़ते सैन्य सहयोग और रणनीतिक गठजोड़ का हिस्सा भी हो सकती है, जो यूक्रेन युद्ध में नया मोड़ ला सकती है। 17 जून से रूस और उत्तर कोरिया के बीच एक बार फिर सीधी पैसेंजर ट्रेन सेवा शुरू हो रही है। यह ट्रेन मॉस्को से उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग तक जाएगी और पूरे आठ दिन में 10,000 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तय करेगी। लेकिन इस 'सफर' के मायने सिर्फ पर्यटन या परिवहन तक सीमित नहीं हैं।क्या है मेन प्लान दरअसल, इस रेल सेवा को दुनिया की सबसे लंबी सीधी पैसेंजर ट्रेन सेवा बताया जा रहा है - लेकिन इसके पीछे की 'ल...