नई दिल्ली, जुलाई 9 -- नई दिल्ली, वरिष्ठ संवाददाता। सरकार द्वारा नए लेबर कोड को लागू किए जाने के विरोध और कई अन्य मांगों को लेकर श्रमिक संगठनों के भारत बंद का बड़ा असर दिल्ली में नहीं दिखा। दिल्ली के सभी थोक और खुदरा बाजार रोजाना की तरह खुले रहे। ट्रांसपोर्टरों ने भी बंद का समर्थन नहीं किया। हालांकि, औद्योगिक क्षेत्र के कुछ श्रमिक संगठनों, एलएनजेपी, जीपी पंत और अन्य कुछ अस्पतालों के कर्मचारियों ने नेशनल पब्लिक हेल्थ एलाएंस की अपील पर बंद में शामिल होकर विरोध किया। श्रम संगठन नए लेबर कोड, ठेका प्रणाली को खत्म करने, सार्वजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों का निजीकरण बंद करने, न्यूनतम मजदूरी को 26 हजार रुपये प्रतिमाह किए जाने की मांग कर रहे हैं। ड्यूटी के घंटों को 8 से बढ़ाकर 12 किए जाने का विरोध भी संगठन कर रहे हैं। अपनी मांगों को लेकर देश की 10 बड़...