चक्रधरपुर, अक्टूबर 9 -- मानोहरपुर, संवाददाता। आईईडी विस्फोट की चपेट में आयी दस साल की घायल मादा हाथी का इलाज करने के लिए बुधवार को सुबह से ही वन विभाग और चिकित्सकों की टीम लगी रही। तीसरे दिन घायल हथिनी को इलाज के रूप में पहले केला में दवा डाल कर दिया गया। इसके बाद काफी मशक्कत के बाद नाला पहुंची घायल हथिनी को वनतारा की टीम के द्वारा इंजेक्शन से दवा दी गई। हालांकि सुबह से ट्रेंकुलाइज करने के लिए पहुंची वनतारा की टीम घंटों हथिनी को नाला से बाहर निकालने के प्रयास में इंतजार करती रही, पर हथिनी के बाहर नहीं आने के कारण ट्रेंकुलाइज नहीं कर पायी। बुधवार को सुबह 5 बजे से वन विभाग की टीम घायल हाथी की तलाश में जुटी रही। टीम द्वारा जंगल में कई जगह खोजबीन की गई इसके बाद घायल हथिनी गिंडुग गांव के समीप नजोमदा नाला के पास जंगल मे मिली। बाद में वन विभाग द...