ओटावा, मार्च 5 -- कुछ महीने पहले तक कनाडा की सत्ताधारी व खालिस्तानी समर्थकों की पसंदीदा लिबरल पार्टी 2025 के आम चुनाव में करारी हार की ओर बढ़ती नजर आ रही थी। जनमत सर्वेक्षणों में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पार्टी विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी से 26 प्रतिशत अंकों तक पीछे चल रही थी। बढ़ती महंगाई, आवास संकट और ट्रूडो के प्रति जनता का असंतोष लिबरल पार्टी की लोकप्रियता में भारी गिरावट का कारण बन रहा था। लेकिन अब स्थिति बदलती दिख रही है। ट्रूडो के इस्तीफे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों ने कनाडा की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है, जिससे लिबरल पार्टी फिर से मजबूत स्थिति में आती दिख रही है।ट्रूडो का इस्तीफा और नई उम्मीद 6 जनवरी 2025 को जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफे की घोषणा की। लगभग एक दशक तक सत...