लखनऊ, मार्च 6 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि ट्रांजैक्शन एडवाइजर नियुक्त करने के लिए तमाम कंपनियां निविदा में भाग लेने से कतरा रही हैं। उन्हें डर है कि भविष्य में उन्हें जांच के दायरे में फंसना पड़ेगा। वर्मा ने कहा है कि दक्षिणांचल व पूर्वांचल बिजली कंपनियों के निजीकरण के लिए ट्रांजैक्शन एडवाइजर के लिए तीसरी बार तिथि बढ़ाने पर भी कंसल्टेंट कंपनियां प्रतिभाग नहीं कर रही हैं। वर्मा का आरोप है कि कांफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के नियमों को शिथिल करने के बाद भी कंपनियों के प्रतिभाग न करने के बाद अब अधिकारी फोन करके-करके कंपनियों पर निविदा में भाग लेने के लिए दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता परिषद की नजर 10 तारीख को टेंडर की अंतिम तिथि पर है। इसके बाद परिषद अपनी रणनीति का खुलास...