नई दिल्ली, मार्च 19 -- अपनी जीत के तुरंत बाद दुनिया में टैरिफ वॉर छेड़ने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब अपना ध्यान अमेरिकी डॉलर पर केंद्रित कर दिया है। उनका मानना है कि अमेरिका के मैन्युफैक्चरिंग क्राइसेस के लिए मजबूत डॉलर दोषी है। अब वह इसे ठीक करना चाहते हैं। अमेरिकी पूंजी बाजारों की मजबूती ने निवेशकों के लिए डॉलर को एक सुरक्षित दांव बना दिया है। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि दुनिया के केंद्रीय बैंकों के भंडारों में 59% हिस्सा डॉलर का है। यह नहीं, वैश्विक व्यापार का लगभग आधा हिस्सा अमेरिकी डॉलर के जरिये होता है।इस साल डॉलर इंडेक्स 5.7% गिरा जनवरी के मध्य में, ब्लूमबर्ग डॉलर इंडेक्स ने 109.96 के कई साल के शिखर को छुआ था। जनवरी से अब तक, डॉलर इंडेक्स 5.7% गिरकर 103.72 पर आ गया है। इसके कारणों को तलाशना बहुत मुश्किल नहीं है। ट्...