आशीष दीक्षित, अगस्त 9 -- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ से उपजे तनाव के बीच अच्छी खबर आई है। चिंता और भविष्य की तमाम आशंकाओं से घिरे लेदर निर्यातकों को रूस का पैगाम आया है। रशियन कारोबारियों ने भारतीय चमड़ा निर्यातकों से व्यापारिक रिश्तों को और धार देने की दिलचस्पी दिखाई। इससे संकट से गुजर रही लेदर इंडस्ट्री को मजबूती मिलने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का भी मानना है कि अमेरिका से बढ़ती खटास के दौरान रूस का आगे आना फायदेमंद होगा। कानपुर, उन्नाव, आगरा समेत यूपी से लगभग सालाना दो हजार करोड़ रुपये का लेदर कारोबार रूस से होता है। कानपुर रीजन से 500 करोड़ से ज्यादा का निर्यात होता है। ट्रंप ने भारतीय उत्पादों पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया तो चमड़ा निर्यातकों के सामने बड़ा संकट गहरा गया। भारत के चमड़ा निर्यातकों के लिए अमेरिका इसलिए महत्वपूर्ण है कि साला...