बलिया, सितम्बर 9 -- बलिया, संवाददाता। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) को अनिवार्य किए जाने के निर्णय से परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक आहत हैं। मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला इकाई की बैठक अध्यापक भवन में हुई। इसमें फैसले पर पुनर्विचार की मांग की गई। संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने कहा कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों के लिए टेट अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में जो शिक्षक रिटायरमेंट के नजदीक हैं, उनके अलावा अन्य सभी शिक्षकों के लिए टेट पास करना जरुरी कर दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर सेवा समाप्ति तक का प्राविधान है। कहा कि तमाम शिक्षक टेट में बैठने के ही पात्र नहीं हैं। वे परीक्षा कैसे पास करेंगे। बैठक में इसे लेकर आंदोलन का निर्णय किया गया। तय हुआ कि पहले चरण में 16 सितम्बर को जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री ...