भभुआ, सितम्बर 9 -- पिछले वर्ष रेडक्रास सोसायटी ने 40 और डॉक्टर व कर्मियों ने 60 यक्ष्मा मरीजों को गोद लेकर छह माह तक दिया पोषक आहार जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, संस्थाएं निक्षय मित्र बनने में नहीं दिखा रहे हैं रुची निक्षय मित्र द्वारा मरीजों को पौष्टिक, खाद्य सामाग्री, पोषण का करना है प्रबंध (पड़ताल/पेज तीन की लीड खबर) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। कैमूर जिले में यक्ष्मा मरीजों को गोद लेने के लिए इस वर्ष एक भी निक्षय मित्र आगे नहीं आए। वर्ष 2024 में 69 निक्षय मित्रों ने 100 टीबी मरीजों को लेकर उन्हें पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया था। इनका मानना था कि दवा के साथ पौष्टिक आहार मिलने पर दवा जल्द काम करती है। संभवत: इसीलिए सरकार भी मरीजों को इलाज के दौरान खाने के लिए 1000 रुपए देती है। वर्ष 2023 के सितंबर माह में केंद्र सरकार ने निक्षय मित्र योजना शुरू की...