सिद्धार्थ, फरवरी 12 -- सिद्धार्थनगर। हिन्दुस्तान टीम टीबी के गंभीर रोगियों (एमडीआर) के लिए अच्छी खबर है। अब रोगियों की हालत खराब होने पर उन्हें भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी, बल्कि जनपद के मेडिकल कॉलेज के 300 शैय्या अस्पताल में भर्ती होकर बेहतर इलाज पा सकेंगे। इसके लिए छह बेड का अलग से वार्ड बनाया जाएगा। दरअसल, टीबी बीमारी दो प्रकार का होता है। पहला सामान्य टीबी, जिसका इलाज छह माह तक चलता है। दूसरी गंभीर टीबी, जिसे एमडीआर कहते हैं। गंभीर टीबी होने पर दो वर्ष तक इलाज चलता है। इस तरह की दिक्कत पर दवा सेवन में लापरवाही करने से जान जाने का खतरा बना रहता है। गंभीर टीबी में हालात बिगड़ भी जाता है। इस दौरान आनन-फानन मरीज को भर्ती करने की जरूरत पड़ती है। इसकी सुविधा जनपद में उपलब्ध नहीं है। इस तरह के मरीजों को बस्ती रेफर करना पड़ता है। डीएम डॉ. राजा गणपति ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.