मुजफ्फर नगर, मार्च 13 -- नगर पालिका के कर निर्धारण अधिकारी द्वारा जांच करते हुए लिपिक मनोज पाल को दिए गए अभयदान पर सवाल उठ रहे हैं। शिकायतकर्ता ने इस मामले की फिर से मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश से शिकायत की है। इस मामले में शासन ने डीएम को नियमानुसार जांच की कार्रवाई करते हुए सुसंगत अभिलेख सहित जांच आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए है। नगर पालिका के कर विभाग में कार्यरत लिपिक मनोज पाल पर पूर्व में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे। इस मामले में जांच होने पर मुख्यमंत्री के आदेश पर मनोज पाल को निलम्बित कर दिया गया था। अभी कुछ माह पूर्व कर निर्धारण अधिकारी दिनेश कुमार के द्वारा मनोज पाल के खिलाफ जांच की गई है। टीओ की जांच में मनोज पाल निर्दोष पाए गए। इसके बाद टीओ की जांच के आधार पर मनोज पाल को बहाल कर दिया गया। अब शिकायतकर्ता अनु शुक्ला ने फिर से इ...