रांची, मई 15 -- रांची, वरीय संवाददाता। ट्राइबल एडवाइजरी काउंसिल के गठन को लेकर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने सवाल खड़ा किए हैं। उन्होंने टीएसी में झारखंड के सभी जनजातीय समूहों का प्रतिनिधित्व देने व आदिवासियों की बढ़ती आकांक्षाओं और जमीनी जरूरतों के मद्देनजर जनजातीय परामर्शदात्री परिषद की मौलिक संरचना में बदलाव करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि झारखंड में 33 जनजातियां रहती हैं, जिनमें कुछ विलुप्त श्रेणी की जनजातियां हैं। ऐसे में यह कैसे संभव है कि केवल कुछ जनजातियों को ही प्रतिनिधित्व देकर टीएसी को जमीनी स्तर पर प्रभावी बनाया जाए। परिषद की मजबूती के लिए यह बहुत जरूरी है कि जनजातीय परामर्शदात्री समिति में प्रत्येक जनजातीय समूह का एक-एक सदस्य अनिवार्य रूप से शामिल हो। बंधु ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 244-1 और पांच...