मऊ, अक्टूबर 9 -- मऊ। नगर पालिका की सड़कों पर चलना अब महज एक यात्रा नहीं, बल्कि धैर्य, संतुलन और प्रशासनिक अनदेखी को सहने की परीक्षा बन गई है। यहां सड़क के गड्ढों की गहराई में छुपा है विकास का असली चेहरा जो जितना गहरा, उतना ही दृढ़ इरादों से भरा हुआ लगता है। नगर की सड़कों की हालत आजकल ऐसी हो गई है कि नागरिक समझ नहीं पा रहे वे शहर में हैं या किसी ग्रामीण क्षेत्र की सड़क पर चल रहे हैं। बदहाल सड़कों पर बने गड्ढों में आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। शिकायत के बाद भी सड़कों की मरम्मत नहीं होने से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। कहने को तो शासन गड्ढामुक्त मार्ग की बात कह रहा है, लेकिन अधिकारी शासन के निर्देशों को हवा में उड़ा रहे हैं। ग्रामीण अंचलों को छोड़िए शहर में ही दर्जनों ऐसी सड़कें हैं जिनपर गड्ढे गिनते-गिनते थक जाएंगे। इसमें टीएसआई मोड़ से ...
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