गया, जुलाई 8 -- ट्रेड यूनियनों के मोदी सरकार की 44 श्रम कानूनों को खत्म कर चार श्रम कोड लाने के विरोध में बुधवार को देश में हड़ताल और बिहार में गरीबों-वंचितों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश के खिलाफ चुनाव आयोग का तानाशाही फरमान के विरोध में माले ने विरोध मार्च निकाला। टिकारी नगर के अंदर किला, दुर्गा स्थान, बेलहड़िया मोड़ पर सभा का आयोजन किया गया। सभा में में माले नेत्री सह ऐपवा जिला सचिव रीता बर्णवाल ने कहा कि पिछले बीस वर्षो से शासन में रही भाजपा-जदयू की डबल इंजन सरकार अपनी हार के डर से चुनाव आयोग को आगे कर बड़ी साजिश कर रही है। जिसे बिहार की जनता किसी भी हाल में बर्दास्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग में ऐसे समय में निर्णय लिया है, जब लोग खेती के मौसम में व्यस्त है और बाढ़ की मार झेल रहे हैं। बड़ी संख्या में मतदाता रोजी - रो...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.