रांची, फरवरी 22 -- नामकुम, संवाददाता। टाटीसिलवे में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन शनिवार को हो गया। इस दौरान इंद्रेशजी उपाध्याय ने कथा के दौरान मधुमंगल के हास्य प्रसंग, केशी वध, कंस उद्धार, सुदामा की मित्रता, रुक्मिणी विवाह और 16,108 विवाह जैसे महत्वपूर्ण प्रसंगों का वर्णन किया। मधुमंगल और श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं में भक्तों ने हास्य रस का आनंद लिया, जब मधुमंगल ने श्रीकृष्ण से उनके मुकुट और पीतांबर मांगे, ताकि गोपियां उनसे प्रेम करें। वहीं केशी राक्षस के वध की कथा ने भगवान की शक्ति का परिचय कराया। कंस वध के प्रसंग में भगवान के बाल्यकाल की अद्भुत लीलाओं और अत्याचारी कंस के अंत की कथा सुनाई गई। इसके बाद सुदामा और श्रीकृष्ण की मित्रता ने भक्ति और प्रेम का भाव उत्पन्न किया, जब गरीब ब्राह्मण मित्र को श्रीकृष्ण ने अपार वैभव प्रदान ...