नई दिल्ली, जुलाई 31 -- टाटा ट्रस्ट्स की सोमवार को एक लंबी और गहन चर्चाओं वाली बैठक हुई। इसमें सभी ट्रस्टियों ने भाग लिया। इस बैठक में टाटा ट्रस्ट्स ने दो बहुत अहम फैसले किए। पहला, टाटा सन्स, जो पूरे टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है, को अनलिस्टेड प्राइवेट कंपनी ही बने रहना चाहिए। दूसरा, अल्पसंख्यक शेयरधारक शापूरजी पल्लोनजी (एसपी) ग्रुप से बातचीत शुरू करके उन्हें टाटा सन्स से बाहर निकलने का रास्ता दिया जाए।टाटा सन्स अनलिस्टेड ही रहेगा सर रतन टाटा ट्रस्ट (SRTT) के बोर्ड ने एक प्रस्ताव पारित किया है। इसके मुताबिक, टाटा सन्स के चेयरमैन (एन. चंद्रशेखरन) से कहा गया है कि वे हर संभव कोशिश करें ताकि टाटा सन्स अपनी वर्तमान स्थिति (एक अनलिस्टेड प्राइवेट कंपनी) न बदले। साथ ही, इस मामले में उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से पूरी तरह बातचीत करनी होगी।एस...