चाईबासा, जून 27 -- 24 घंटे की बेचैनी और डर के बाद जब नुईया गांव की एक मां ने गुवा थाना परिसर में अपनी बेटी को सकुशल देखा, तो आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। यह वही बेटी थी जिसे एक महिला बेहतर नौकरी का सपना दिखाकर चेन्नई ले जा रही थी, लेकिन गुवा थाना पुलिस,डालसा,जेएलएसपीएल जेंडर सीआरपी और टाटानगर रेल पुलिस की मुस्तैदी ने एक बड़ा अपराध होने से रोक दिया। नाबालिग को रेस्क्यू कर शुक्रवार को गुवा थाना लाया गया और थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने उसे ससम्मान परिजनों को सौंप दिया। थाना परिसर में जैसे ही 16 वर्षीय लड़की को उसकी मां की गोद में सौंपा गया, वहां मौजूद लोग भावुक हो उठे। मां की आंखों से झर-झर आंसू बहने लगे और उसने थानेदार नीतीश कुमार और उनकी टीम तथा डालसा के पीएलभी दिल बहादुर,जेएसएलपीएस जेंडर सीआरपी गीता देवी,बाल अधिकार मंच के पदम...