सुल्तानपुर, अप्रैल 3 -- दोस्तपुर, संवाददाता कस्बे और आसपास के क्षेत्रों के किसान इस समय गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। टमाटर की फसल की कीमतों में निरंतर गिरावट के कारण किसानों को अपनी फसल खेतों में छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। लगातार गिरते दामों के चलते किसानों को अपनी लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस वक्त टमाटर के दाम इतने गिर गए हैं कि कुछ किसान तो फसल तोड़वाना ही बंद कर चुके हैं। थोक मंडी में टमाटर की कीमत सिर्फ 5 रुपए प्रति किलो के आसपास मिल रही है, जो किसानों के लिए बेहद कम है। इस दर पर तो फसल तोड़ने और मंडी तक लाने का खर्चा भी निकालना नामुमकिन हो गया है। किसानों का कहना है कि टमाटर की फसल तोड़वाने, उसे मंडी तक पहुंचाने और अन्य खर्चों को करने के बाद उनकी लागत कई गुना बढ़ जाती है, लेकिन ब...