चतरा, अप्रैल 21 -- रविभुषण सिंह सिमरिया। एशिया के सबसे बड़े कोल परियोजनाओं में शुमार मगध, आम्रपाली, अशोका और पीपवार से कोयले की ढुलाई में लगे भारी-भरकम वाहन अब लोगों के लिए खतरा बना रहा है। बीते आठ-नौ वर्षों में करीब एक हजार लोग इन दुर्घटनाओं की भेंट चढ़ चुके हैं। इसके बावजूद न जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर जा रहा है, न ही सरकार की।चतरा जिले के टंडवा प्रखंड में संचालित मगध और आम्रपाली कोल परियोजनाएं देश को ऊर्जा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाती हैं, लेकिन यही परियोजनाएं स्थानीय लोगों के लिए खतरा बन गई हैं। सेंट्रल कोल्फील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) द्वारा संचालित इन परियोजनाओं से कोयले की ढुलाई के लिए कोई समर्पित व्यावसायिक सड़क नहीं बनाई गई है। जिसके चलते कोयला लदे भारी वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-100 और 99) और पीडब्ल्यूडी की सड़कों से होकर गुजरत...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.