गिरडीह, अगस्त 17 -- झारखंडधाम, प्रतिनिधि। पानी के लिए पानी के तरह बहाए गए सरकारी रुपए के बावजूद नल-जल योजना सफल होने की बजाय पूरी तरह विफल साबित हुई। कहीं नल नहीं, तो कहीं जल नहीं, कहीं सोलर नहीं, तो कहीं बोरिंग में लोरिंग नहीं। जलापूर्ति अमूमन जगह नहीं हो रही है। प्रायः हर पंचायत में टारगेट से कम बोरिंग किए गए। कहीं बोरिंग धंस गई तो कहीं कम गहरे गड्ढे के कारण गर्मी में पानी निकलना बंद हो गया था। कहीं सोलर पंप ही गायब है। कहीं पाइप ही नहीं बिछाए गए। कुछ जगहों पर बोरिंग कॉलेप्स कर गए। कहीं गैर-जरूरी जगह बोरिंग कर वहां जल मीनार बनाए गए। जमुआ प्रखंड के लहंगिया गांव में इमामबाड़ा के पहले की टंकी का कनेक्शन तक चापानल में भी नहीं है। बच्चे उस पर चढ़कर दिन भर खेलते हैं। बच्चे बतलाते हैं जब पानी नहीं चलता तो वे इस टंकी से खेलकर टंकी का उपयोग कर ल...