गोरखपुर, फरवरी 26 -- गोरखपुर। वरिष्ठ संवाददाता पहले सत्यम और अब अर्पित हॉस्पिटल। अप्रशिक्षितों के इलाज की वजह से एक गर्भवती की मौत हो गई जबकि बच्चे को ऐसे हाल में पहुंचा दिया गया कि उसे भी बचा नहीं जा सका। दोनों अस्पतालों को जिन डॉक्टरों की डिग्री पर मान्यता मिली थी वे यहां प्रैक्टिस ही नहीं करते थे जबकि उन्होंने इन अस्पतालों में सेवा देने का शपथपत्र सीएमओ कार्यालय में जमा कराया था। मामला पुलिस में आने के बाद फर्जीवाड़े का खुलासा हो रहा है। इन खुलासों के बाद स्वास्थ्य विभाग भी कठघरे में है। द अर्पित हॉस्पिटल के प्रकरण में जिस डॉक्टर की डिग्री लगाई गई थी वह चर्चा के केन्द्र में है। राजघाट के हांसूपुर निवासी डॉ. साकिब सलीम की डिग्री पर हॉस्पिटल का पंजीकरण था, लेकिन डॉक्टर की यहां एक दिन भी लोकेशन नहीं मिली। डॉक्टर साकिब बिहार में अपनी पत्नी...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.