झालावाड़, अगस्त 19 -- झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में एक गरीब किसान की कहानी आज पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है। बीते महीने हुए दर्दनाक हादसे में पिपलोदी स्कूल की जर्जर इमारत गिर गई थी, जिसमें मासूम बच्चों की जान चली गई। हादसे के बाद प्रशासन ने स्कूल भवन को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया, लेकिन इसके बाद गांव के सामने बच्चों की पढ़ाई का संकट खड़ा हो गया। सवाल यह था कि अब बच्चे कहां पढ़ेंगे? इसी बीच गांव के एक साधारण किसान ने ऐसा कदम उठाया जिसने सबको हैरान कर दिया। गांव के आदिवासी भील समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोर सिंह खुद निरक्षर हैं। खेती-बाड़ी कर जैसे-तैसे परिवार का गुजर-बसर करने वाले इस गरीब किसान ने शिक्षा का महत्व भले खुद महसूस न किया हो, लेकिन वे चाहते थे कि गांव के बच्चे उनकी तरह अनपढ़ न रह जाएं। जब उन्होंने देखा कि स्कूल की बि...