बोकारो, नवम्बर 15 -- बेरमो। 1990 के दशक में जब बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव थे और अलग राज्य की मांग पूरे उफान पर थी तो झारखण्ड आंदोलनकारी भी उग्र हो गए थे। लालू यादव बिहार को टुकड़े कर अलग राज्य के प्रबल विरोधी थे। ऐसे में उन्होंने बयान दिया था कि झारखण्ड बनेगा तो लालू यादव की लाश पर। इस बयान के बाद तो हर ओर आंदोलनकारियों ने भी इसका पूरा विरोध करते ‌हुए नारा दिया था लड़के लेंगे झारखण्ड। फिर क्या था आंदोलन की रूपरेखा ही बदल गई थी और आंदोलन उग्र रूप धारण कर लिया था। इस दौरान बेरमो में भी पुलिस-प्रशासन की दमन नीति बढ़ गई थी। पेटरवार अंचल अंतर्गत चलकरी गांव। एक समय था, जब इस छोटे-से गांव की मिट्टी में आंदोलन की गूंज, संघर्ष की तपन व जनसंग्राम की ऊर्जा प्रतिदिन धधकती थी। 1980 के दशक में दिशोम गुरु शिबू सोरेन का यहां लगातार आना-जाना रह...