रांची, मई 24 -- झारखंड में कथित शराब घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अबतक की जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह केवल प्रशासनिक लापरवाही नहीं बल्कि एक पूर्वनियोजित साजिश थी, जिसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारी और दो प्रमुख निजी कंपनियां विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड और मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड गहराई से शामिल थीं। बताया जा रहा है कि इस साजिश से राज्य सरकार को करीब 200 करोड़ का नुकसान हुआ।जानबूझकर आरबीआई के दिशा-निर्देशों की अवहेलना 2011 से ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सभी बैंक गारंटियों को स्ट्रक्चर्ड फाइनेंशियल मैसेजिंग सिस्टम के माध्यम से सत्यापित करने की अनिवार्यता तय कर दी थी, ताकि जालसाजी रोकी जा सके। बावजूद, उत्पाद विभाग ने न तो एसएफएमएस नेटवर्क ...