चतरा, अगस्त 11 -- पत्थलगड्डा प्रतिनिधि । झारखंड में मोबाइल वेटनरी यूनिट के तहत कार्यरत पायलट और पारा वेट कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल को 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार या विभाग की ओर से कोई ठोस पहल नहीं हुई है। इसका खामियाजा सीधे-सीधे ग्रामीण क्षेत्रों के मवेशियों को भुगतना पड़ रहा है। चतरा जिले के पत्थलगड़ा प्रखंड के ललकी माटी गांव में इसकी करुण तस्वीर सामने आई, जहां 10 दिन से बीमार बकरियों को इलाज नहीं मिल सका और वे तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। पशु मालिक ने यूनिट 1962 पर कॉल किया, लेकिन हड़ताल के चलते कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची। कर्मियों ने कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, झारखंड से जल्द समाधान निकालने की अपील की है, ताकि पशु चिकित्सा सेवाएं बहाल हो सके और योजना का लाभ राज्य के हर गांव तक पहुंचे।

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