रांची, मार्च 13 -- रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो झारखंड में नवीकरणीय ऊर्जा ने उल्लेखनीय प्रगति दिखाई है, इसमें 2017 में 0.03 गीगावाट से 2023 में 0.11 गीगावाट तक लगभग 266.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो स्थायी ऊर्जा विकल्पों की ओर एक क्रमिक संक्रमण का संकेत देती है। ये आंकड़े झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के हैं। सर्वेक्षण में यह भी उजागर हुआ है कि झारखंड में स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता में पर्याप्त वृद्धि हुई है। उत्पादन 2017 में 1.94 गीगावाट से 28.35 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 2.49 गीगावाट हो चुका है। इस विस्तार में मुख्य योगदान थर्मल पावर का रहा, जिसमें 2017 में 1.78 गीगावाट से 2019 में 2.25 गीगावाट तक लगभग 26.40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, यद्यपि इसके बाद यह अपरिवर्तित रहा। जल विद्युत क्षमता 0.13 गीगावाट के स्थिर स्तर पर बनी रही, जो इस क्षेत्र ...