रांची | सत्यदेव यादव, जुलाई 7 -- झारखंड में मानव और हाथियों के बीच संघर्ष अब सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनकर खड़ा है। राज्य में वर्ष 2008 से 2024 के बीच करीब 16 वर्षों में हाथियों के हमलों में कुल 1251 लोगों की जान गई, जबकि इसी अवधि में 202 हाथियों की भी मौत दर्ज की गई है। कुछ दिनों से मानव-हाथी के संघर्ष के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें जानमाल की क्षति हो रही है। जंगलों के लगातार कटाव और हाथियों के प्राकृतिक कॉरिडोर पर अतिक्रमण ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। केवल पिछले पांच वर्षों (2019-24) में ही हाथियों के हमलों में 474 लोगों की मौत हुई है। इनमें वर्ष 2023-24 में 87 मौतें, 2022-23 में 96 और 2021-23 में सबसे ज्यादा 133 मौतें शामिल हैं। इस दौरान हाथियों की मौतें भी बढ़ीं। वर्ष 2023-24 में 17 हाथियों की मौत, 2022-23 में भी 17 और 2021-23...