रांची, दिसम्बर 16 -- झारखंड में साल 2025 भाकपा माओवादियों व अन्य स्पलिंटर ग्रुप के लिहाज से निर्णायक रहा। अब राज्य का एकमात्र जिला पश्चिमी चाईबासा घोर नक्सल प्रभाव वाले जिलों में शामिल है। वहीं, चार अन्य जिले सेक्यूरिटी रिलेटेड एक्सपेंडेचर (एसआरआई) जिलों की सूची में हैं। पांच वर्ष पूर्व तक राज्य के 19 जिले नक्सल प्रभाव की श्रेणी में आते थे। राज्य में नक्सल अभियानों की सफलता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राज्य में भाकपा माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के महज तीन उग्रवादी अब झारखंड में बचे हैं। वहीं पीएलएफआई, जेजेएमपी, टीपीसी सरीखे स्पलिंटर ग्रुप भी निष्क्रिय हो चुके हैं। बोकारो के झुमरा व लुगू इलाके में साल 2025 में माओवादियों का आखिरी दस्ता भी अब खत्म हो चुका है। इस इलाके में रणविजय महतो की गिरफ्तारी व सहयोगी जनवरी माह में मारे ग...