रांची, नवम्बर 8 -- रांची, सवादादाता। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स, रांची शाखा की ओर से आयोजित 24वें झारखंड पेडिकॉन के दूसरे दिन शनिवार को ओरमांझी के विनायक इको रिसोर्ट में देशभर के बाल रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया। सम्मेलन में नवजात शिशुओं में संक्रमण, इनसेप्सनस के लक्षण और मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर उपयोगी चर्चा हुई। मुख्य वक्ता डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि भारत में प्रति 1000 जन्म पर लगभग 14 शिशुओं की मृत्यु हो जाती है, जो गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि शिशु को जन्म के तुरंत बाद गर्म रखना, नाभि की साफ-सफाई करना और मां का पहला दूध पिलाना सबसे जरूरी है। यही छोटे कदम शिशु की जान बचा सकते हैं। डॉ. कृष्ण कुमार ने बताया कि समय के साथ नवजातों की चिकित्सा में बड़ा बदलाव आया है। पहले इलाज सीमित संसाधनों से होता था, अब वेंटिलेशन और आधुन...