रांची, नवम्बर 19 -- रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे 44वें अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) के छठे दिन बुधवार को झारखंड पवेलियन में हरित अर्थव्यवस्था और सतत विकास की दिशा में किए जा रहे उल्लेखनीय प्रयासों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा इस काम को किया गया है। पवेलियन में सिसल (एगेव) आधारित उत्पादों और नवाचारों का प्रदर्शन आगंतुकों को झारखंड की उभरती संभावनाओं से रूबरू करा रहा है। कम पानी और प्रतिकूल मौसम में पनपने वाला यह पौधा प्राकृतिक फाइबर का प्रमुख स्रोत है। इसका उपयोग रस्सी, मैट, बैग और विभिन्न हैंडक्राफ्ट उत्पादों के निर्माण में होता है। इसके रस से बायो-इथेनॉल और स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की संभावनाएं भी बढ़ रही हैं। वहीं, औषधीय और कॉस्मेटिक उपयोग ने स्थानी...