रांची, दिसम्बर 7 -- रांची, वरीय संवाददाता। झारखंड के 25 वर्षो पर विस्तृत चर्चा रविवार को हुई। आयोजन रांची प्रेस क्लब में राष्ट्रीय आदिवासी समन्वय समिति भारत ने की। इस दौरान विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम पूर्व विधायक देवकुमार धान ने संपन्न कराई। विषय प्रवेश करते हुए रांची विश्वविद्यालय की डॉ ज्योति प्रकाश ने कहा कि आदिवासियों में महिला कर्मियों की संख्या पुरुषों से अधिक हैं। महिलाओं की आय कम होने के कारण आदिवासियों में आर्थिक विकास कम है। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के डॉ बीके झा ने कहा कि झारखंड बनने से पहले यहां केवल दो कृषि संस्थान थे। 25 वर्ष में कई नए संस्थान खुले हैं। झारखंड में ऑफ सीजन खेती की काफी संभावनाएं है। डॉ वासवी किड़ो ने कहा कि झारखंड में 73 फीसदी कुपोषण के शिकार हैं, इससे सरकार को ध्यान देना चाहिए। प्रभ...