रांची, सितम्बर 30 -- रांची, विशेष संवाददाता। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा दिल्ली के भारत मंडपम में चार दिनी वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 का समापन हुआ। इसमें भारत और इसकी पारंपरिक स्वदेशी सामग्रियां और भोजन में नवाचार विषय पर पैनल चर्चा की गई। इसमें आईएचएम रांची के प्राचार्य डॉ भूपेश कुमार के साथ पाक शोधकर्ता प्रीथा सेन, होटल ले मेरिडियन दिल्ली के उपाध्यक्ष शेफ दविंदर कुमार, क्यूजीन इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक ट्रस्टी दीवान गौतम आनंद और माजलिस के निदेशक शेफ उसामा जलाली पैनलिस्ट थे। डॉ भूपेश ने भारतीय खानपान की समृद्ध परंपराओं और मिलेट्स (मड़ुआ) के महत्व पर बात की। उन्होंने कहा कि भारत की पाक परंपरा निरंतर नवाचार का प्रतीक है। मड़ुआ जैसे अनाज पोषण के लिए लाभकारी होने के साथ आधुनिक आहार का बड़ा हिस्सा बन सकते हैं। उन्होंने कहा ...