रांची, मार्च 11 -- झारखंड में आतंक बन चुके अमन साहू का आखिर अंत हो गया है। पुलिस ने पलामू में हुए एक एनकाउंटर में मंगलवार को उसे मार गिराया है। अमन साहू कितना बड़ा गैंगस्टर था इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि उसे झारखंड का लॉरेंस बिश्नोई भी कहा जाने लगा था। जिस तरह जेल में बंद में रहकर लॉरेंस बिश्नोई दिल्ली से मुंबई तक वसूली, लूट और हत्या को अंजाम देता है, उसी तरह अमन साहू भी छत्तीसगढ़ की जेल से पूरा नेटवर्क चला रहा था। दुबले-पतले शरीर और मासूम से चेहरे वाले अमन साहू पर 150 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। वह लॉरेंस बिश्नोई से भी हाथ मिला चुका था। कभी हार्डकोर नक्सली रहा अमन साहू पिछले कई सालों से आपराधिक गैंग चला रहा था। वह वसूली से लेकर हत्या और लूट का बड़ा नेटवर्क चला रहा था जिसमें सैकड़ों शूटर्स और गुर्गे शामिल हैं। झारखंड से छत्तीसगढ़...