पाकुड़, मई 26 -- महेशपुर, एक संवाददाता। सरना आदिवासी धर्म कोड के लिए जेएमएम पार्टी का आन्दोलन आदिवासी समाज को दिग्भ्रमित करने के लिए एक नौटंकी है और शराब नीति धोखा है। उपरोक्त बातें सेंगेल छात्र मोर्चा के जिला अध्यक्ष रूबीलाल किस्कू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है। कहा कि 27 मई 2025 को झारखंड की जेएमएम पार्टी के द्वारा आदिवासियों की वर्षों पुरानी मांग सरना धर्म कोड को लेकर सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन हो रहा है। कहा, झामुमो का कहना है कि सरना आदिवासी धर्म कोड के बिना जातीय जनगणना नहीं होने देंगे। जहां तक जातीय जनगणना की बात है, तो केन्द्र सरकार से भारत के लगभग सभी विपक्षी (राष्ट्रीय और क्षेत्रीय) पार्टियों ने मांग किया था। इस लिहाज से जेएमएम पार्टी के द्वारा जातीय जनगणना का विरोध सही नहीं है। झामुमो सरकार ने 11 नंबर 2020 को झारख...