जमशेदपुर, मई 9 -- आदिवासी सेंगेल अभियान (एएसए) ने झामुमो के बिना सरना कोड कॉलम घोषित किये जाति जनगणना नहीं होने देने की घोषणा की कड़ी आलोचना की है। एसएसए ने राज्य सरकार की ओर से इस प्रकार की घोषणा को मानसिक दिवालियापन करार दिया है। पार्टी ने इस मामले में झामुमो के द्वारा जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर जातीय जनगणना नहीं होने की बात करने को आ बैल मुझे मार जैसा बताया है। सेंगेल दिशोम परगाना सह केन्द्रीय संयोजक सोनाराम सोरेन ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि झामुमो नीत राज्य सरकार ने एक ओर आदिवासियों के पवित्र स्थल मरांग बुरु जैनियों को सौंप दिया, दूसरी ओर इस प्रकार की बयानबाजी की जा रही, जो नौटंकी है।

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