जमुई, जून 14 -- झाझा । नगर संवाददाता झाझा की लाईफ लाईन उलाय नदी कूड़ा-कचरा डंपिंग यार्ड में तब्दील होने को मजबूर है। नगर परिषद झाझा के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के नियमों के प्रति उदासीन रवैया अपनाते हुए यहां की एकमात्र नदी उलाय नदी को कूड़ा-कचरा डंपिंग यार्ड में तब्दील कर दिया गया है। चैती दुर्गा मंदिर घाट पर कचरा जमा होने से न केवल जल प्रदूषण बल्कि वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। मालूम हो कि बिहार सरकार अथवा भारत सरकार की ओर से स्वच्छता अभियान के तहत आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं तो वहीं झाझा नगर परिषद के उलाय नदी किनारे में इसके विपरीत गाथा लिखी जा रही है। यहां के बुद्धिजीवियों का कहना है कि एक तरफ सरकार नदियों की स्वच्छता हेतु विभिन्न प्रकार से प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ नगर परिषद झाझा में जमा होने वाले पॉलिथीनयुक्त कचरा उलाय न...
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