जमुई, मई 24 -- झाझा । निज संवाददाता जर्जरता व बदहाली की हदें पार कर चूकीं झाझा शहर की रेलवे हलकों वाली कई सड़कें लोगों के लिए परेशानी, कष्ट व हादसे का सबब बनी हैं। जर्जरता की पर्याय बनी रेल की सड़कें अन्य तबकों के लिए छोड़, खुद रेल के मुसाफिरों से लेकर रेलकर्मियों तक के लिए भारी परेशानियों का सबब बनी हैं। किंतु,अपनी इन सड़कों की मरम्मति व रखरखाव की ओर रेल प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है,ऐसा कई लोगों का कहना है। बदहाल सड़कों की वजह से वाहनों की बात छोड़,पैदल चलने वाले राहगीरों व रेलकर्मियों को भी खासी परेशानी होती है। इधर से गुजरने वाले ऑटो-टोटो समेत अन्य वाहनों पर सवार सवारियों की हिचकोलों की वजह से मानों खासी वर्जिस हो जाती है। खासी उबड़-खाबड़ से भरी सड़कें और उपर से उन पर उभरे गहरे गड्ढे वैसे तो तमाम लोगों के लिए कष्ट व कठिनाई का साधन बने हैं,किंतु...