हजारीबाग, मार्च 21 -- हजारीबाग प्रसन्न मिश्र आस्था और परंपराएं किसी जाति या धर्म की सीमाओं में बंधी नहीं होतीं। शहर में झंडा सिलाई में दर्जी गुलाम जिलानी ने शहर में एक पहचान बना ली है। वह सालों भर झंडा सिलाई का काम करते आ रहे हैं। हर बार उनकी मेहनत हवा में लहराती है। इस बार भी शहर के कई जगहों में लहराएगी। यज्ञ, पर्व त्योहार, पार्टी के झंडे से श्री चैत्र रामनवमी के झंडे बनाने में गुलाम जिलानी की शानी नहीं है। चैत्र शुरू होते ही जिले में रामनवमी पताका की बिक्री शुरू हो जाती है। गुलाम जिलानी शहर के हजारीबाग के बड़ा बाजार स्थित वीर वस्त्रालय में पिछले 35 साल से सेवा दे रहे हैं। यहां पताका बेचने का काम सालों भर होता है। इस परंपरा के केंद्र में हैं गुलाम जिलानी, जिनकी तीन पीढ़ियां लगी हुई हैं। गुलाम जिलानी के पिता अब्दुल शकुर(अब स्व) ने झंडा बन...