बुलंदशहर, मई 17 -- परशुराम धाम में चल रही साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास श्याम सुंदर शिवराम ने भगवान की भक्ति, ज्ञान, वैराग्य का वर्णन किया। परशुराम धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा गोवर्धन धाम से पधारे कथा व्यास श्याम सुंदर शिवराम ने बताया कि श्रीमद् भागवत कथा में भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का एक साथ चित्रित किया। कथा में भक्ति का अर्थ है भगवान के प्रति अटूट प्रेम और समर्पण है, यह प्रेम केवल भावनात्मक नहीं है, बल्कि ज्ञान और वैराग्य के साथ संयुक्त है। भक्ति के द्वारा, मनुष्य भगवान को प्राप्त कर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। ज्ञान केवल पुस्तकों से नहीं प्राप्त होता है बल्कि भक्ति और वैराग्य के माध्यम से प्राप्त होता है। ज्ञान के द्वारा मनुष्य संसार के भ्रम से मुक्त हो सकता है और अपनी वास्तविक पहचान को जान सकता है। व्यास जी ने सांसारिक ...