देवरिया, दिसम्बर 6 -- देवरिया, निज संवाददाता। सरस्वती वरिष्ठ माध्यमिक विद्या मंदिर में आयोजित वार्षिक निरीक्षण योजना के तीन दिवसीय कार्यशाला का शुक्रवार को समापन हो गया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ रामनाथ गुप्त रहे। उन्होने कहा कि ज्ञान का व्यवहार में लाना ही शिक्षण का उद्देश्य है। हमे अपने शिक्षण कौशल का उपयोग इस प्रकार करना है कि अधिगम कर्ता को भारत की गौरवशाली परंपरा का ज्ञान भी साथ -साथ हो और अपने आराध्य परंपरा और आस्था के मानबिंदु का भान भी रहे। राजेश सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पंच- पदीय शिक्षण पद्धति में पांच आयाम का प्रर्दशन और उपयोग शिक्षण मे किया जाना अपरिहार्य है, इसका अपने शिक्षण कौशल में अवश्य उपयोग किया जाना चाहिए। कार्यक्रम को सुधा त्रिपाठी, संजय श्रीवास्तव, धर्मेंद्र यादव, शिवेन्द्र मिश्र, रवि तिवारी न...