वाराणसी, जनवरी 27 -- वाराणसी, हिटी। सिविल जज सीनियर डिविजन (फास्ट ट्रैक कोर्ट) युगुल शंभु की अदालत ने सोमवार को ज्ञानवापी के मूल वाद में पक्षकार बनाने की तीन बहनों की अर्जी पर सुनवाई की। वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से आपत्ति दाखिल करने पर वादी बहनों ने प्रति आपत्ति दाखिल करने का समय मांगा है। अदालत अगली सुनवाई 3 फरवरी को करेगी। बता दें कि वर्ष 1991 में ज्ञानवापी-आदिविश्वेश्वर को लेकर दाखिल मुकदमे के तीन वादियों में हरिहर पांडेय भी थे। हरिहर पांडेय के निधन के बाद गत वर्ष बेटियां मणिकुंतला तिवारी, नीलिमा मिश्र, रेनू पांडेय ने सम्बंधित कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर पिता के स्थान पर पक्षकार बनाने की मांग की। पहले से मुकदमा की पैरवी कर रहे वादमित्र विजय शंकर रस्तोगी ने इसका विरोध किया। बाद में तीनों बहनों की ओर से मुकदमे पर बल नहीं देने स...