वाराणसी, अगस्त 8 -- वाराणसी, हिटी। ज्ञानवापी के 1991 के मूल वाद में पक्षकार बनाने के लिए एडीजे (चौदहवां) की कोर्ट में दाखिल निगरानी अर्जी पर मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता नन्दलाल पटेल ने गुरुवार को बहस की। उन्होंने कहा कि अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के पास केवल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। वह मुस्लिम पक्ष का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष का सम्पूर्ण पक्ष रखने का अधिकार निगरानीकर्ता को है। इस मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड भी कई साल बाद पक्षकार बना तो उसे क्यों नहीं पक्षकार बनने दिया जा रहा। मुझे पक्षकार बनाने पर मुकदमे के जल्द समाधान के लिए मेरे पास कई जरूरी दस्तावेज हैं। अदालत ने बहस जारी रखते हुए अगली सुनवाई के लिए 13 अगस्त की तिथि तय की है। बता दें कि पक्षकार बनाने की अर्जी सिविल जज सीनियर डिविजन फास्ट ट्रैक की अदाल...