बांदा, फरवरी 3 -- बांदा,संवाददाता। श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कथा व्यास ने कहा कि ज्ञान वैराग्य और हरि से मिलने का मार्ग भगवान की कथा बताती है। श्रीमद् भागवत पुस्तक नही,साक्षात श्रीकृष्ण स्वरूप है। अध्यात्म से जुड़कर व्यक्ति जीवन को सफल बना सकता है। कथा व्यास ने भक्ति भजनों से समां बांधा। गिरवां में आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा में कथाव्यास संजयराम शुक्ला ने शुकदेव जन्म,परीक्षित श्राप और अमर कथा का वर्णन किया। बताया कि भगवान की कथा विचार,वैराग्य,ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। राजा परीक्षित के कारण भागवत कथा पृथ्वी के लोगों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। समाज द्वारा बनाए गए नियम गलत हो सकते हैं किंतु भगवान के नियम ना तो गलत हो सकते हैं और नहीं बदले जा सकते हैं।कथा व्यास ने कहा कि भागवत के चार अक्षर इसका तात्पर्य य...