नई दिल्ली, मई 26 -- पुणे के एक शख्स श्रीपाल गांधी ने हाल ही में लिंक्डइन पर एक ऐसे जोमैटो डिलीवरी एजेंट की कहानी शेयर की, जिसकी जिंदगी का सफर संघर्ष और उम्मीद की मिसाल बन गया। श्रीपाल ने सबवे से ऑर्डर किया था, लेकिन कुछ आइटम मिस थे। उन्होंने डिलीवरी एजेंट से बात करते हुए 20 रुपये का एक्स्ट्रा चार्ज देकर मिसिंग चीजें लाने को कहा। मगर इस डिलीवरी पार्टनर ने न सिर्फ बिना पैसे लिए वो सामान लाकर दिया, बल्कि उसने एक सबक भी सिखा दिया।एक्सीडेंट ने छीनी नौकरी, मगर हिम्मत नहीं ये डिलीवरी एजेंट शारीरिक रूप से अक्षम है। उसके शरीर का बायां हिस्सा लकवाग्रस्त है। दुर्घटना से पहले वह शापुरजी पल्लोनजी ग्रुप में कंस्ट्रक्शन सुपरवाइजर था, जहां उसकी महीने की सैलरी 1.25 लाख रुपये थी। मगर एक कार एक्सीडेंट ने उसकी जिंदगी पलट दी। शरीर का आधा हिस्सा काम न करने की ...