गुमला, जुलाई 3 -- गुमला, संवाददाता । गुमला जिले के जारी प्रखंड अंतर्गत भिखमपुर गांव निवासी जोनी कुजुर ने मत्स्य पालन को आत्मनिर्भरता और ग्रामीण विकास का आधार बना दिया है। वर्ष 2016 से मछली पालन से जुड़े जोनी ने न केवल खुद के लिए,बल्कि अपने गांव के 10 से 15 अन्य ग्रामीणों के लिए भी रोजगार के अवसर पैदा किया है। शुरुआत में तालाब लीज पर लेकर मछली पालन शुरू करने वाले जोनी को मत्स्य विभाग से तकनीकी प्रशिक्षण,अनुदान पर फीड, जाल और बीज की सुविधा मिली। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत उन्होंने अपनी निजी भूमि पर ग्रो-आउट तालाब का निर्माण कराया। सरकार की विभिन्न योजनाओं से उसे सात लाख की इकाई लागत परRs.4.20 लाख तक का अनुदान और 1.75 लाख राज्य टॉप-अप राशि प्राप्त हुई। वर्तमान में उनके पास 2.50 एकड़ में तीन तालाब हैं। जिसमें 15 हजार से अधिक अंगुल...