मुरादाबाद, अक्टूबर 30 -- ग्राम्य विकास के कार्य में मजूदरी करने वाले हजारों मनरेगा श्रमिक मजदूरी की आस में हैं। शासन की ओर से यहां के मजदूरों का 62 लाख रुपये का भुगतान लंबे समय से नहीं किया गया है। जबकि, जनपद में महिलाओं को काम के मौके देने में पंचायतें फिसड्डी हैं। यहां मात्र 28 प्रतिशत महिला श्रमिकों को काम के मौके मिले हैं। मुरादाबाद जनपद में कुल 195726 जॉब कार्ड धारक हैं, जिसमें 133415 क्रियाशील मजदूर हैं। विभाग में 260080 महिला श्रमिक पंजीकृत हैं। प्रत्येक श्रमिक को एक घन मीटर मिट्टी खोदने की जिम्मेदारी मिलती है। इस मद में शासन की ओर से 252 रुपये की मजदूरी दी जाती है। दीपावली के पहले से श्रमिक मजदूरी के लिए परेशान हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रधानों से लेकर ब्लॉक कार्यालय तक मजदूरी के लिए श्रमिक मजदूरी के लिए भागदौड़ कर चुके हैं। शिव...