जैसलमेर, अक्टूबर 15 -- राजस्थान के रेगिस्तान में मंगलवार की दोपहर मौत की लपटें ऐसी उठीं कि जिंदगी की हर पहचान जलकर राख हो गई। जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर दौड़ती एक एसी स्लीपर बस पलक झपकते ही चलती फिरती चिता बन गई। लपटें ऐसी थीं कि बस का मेटल पिघल गया और यात्रियों की पहचान तक मिट गई। अब जोधपुर के अस्पतालों में सिर्फ राख, हड्डियां और DNA की रिपोर्टें बाकी हैं-जिनसे अपनों की तलाश की उम्मीदें टिकी हैं। 20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत के बाद अब पहचान के लिए DNA सैंपलिंग शुरू हो गई है। जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल और जैसलमेर के जवाहिर अस्पताल में मृतकों के अवशेषों से DNA लिए जा रहे हैं। हर परिवार से दो-दो सदस्यों के सैंपल लेकर मिलान की प्रक्रिया जारी है। प्रशासन ने मंगलवार देर रात 19 शवों को जोधपुर भेजा। इन शवों के साथ एक छोटी सी पोटली भी थी-ज...