नई दिल्ली, अक्टूबर 9 -- पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने अपनी रणनीति बदलते हुए पहली बार महिला आतंकियों की इकाई जमात-उल-मोमिनात बनाई है। इसकी जिम्मेदारी आतंकी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर को दी गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी मसूद अजहर के नाम से जारी पत्र में इस बारे में जानकारी दी गई। पत्र के अनुसार, इकाई की भर्ती प्रक्रिया 8 अक्टूबर 2025 से बहावलपुर में शुरू हो चुकी है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद लिया फैसला पहले जेईएम महिलाओं को जिहाद या लड़ाई में शामिल नहीं करता था, लेकिन भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने संगठन को बड़ा झटका दिया। 7 मई 2025 को भारत ने बहावलपुर में जेईएम के मुख्यालय मरकज सुब्हानअल्लाह को नष्ट कर दिया था। इस हमले में सादिया के पति यूसुफ अजहर समेत कई आतंकी मारे गए थे। इसके बाद जेईएम ने महिलाओं क...