पीलीभीत, जून 4 -- तराई क्षेत्र की मुख्य फसल में गन्ना को शुमार किया जाता है। अब गन्ना फसल के साथ किसान सह फसली लेकर आर्थिक रूप से समृद्ध बन रहे हैं। गन्ने की फसल को कीट और ब्याधियों से बचाने के लिए किसानों को समय-समय पर जागरूक किया जाता है। उन्हें उपाय बताए जाते हैं। इसी श्रृंखला में गन्नाबेधक कीटों पर नियंत्रण पाने के लिए मुख्यमंत्री गन्ना कृषक विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसमें किसान के खेत पर गन्ने की पत्तियों में ट्राइकोडर्मा कार्ड टैग किए जा रहे हैं। जैविक नियंत्रण के माध्यम से भी गन्ना के बेधक कीटों जैसे अर्ली शूट बोरर, टॉप बोरर, रुट बोरर आदि कीटों का नियंत्रण किया जा सकता है। मुख्यमंत्री गन्ना कृषक विशेष कार्यक्रम को गन्ना विकास विभाग की ओर से न्याय पंचायत स्तर पर चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत नवोन्मेषी कृषकों के प्लाट पर कृष...