मुजफ्फर नगर, जून 18 -- नमामि गंगे जैविक खेती परियोजना के द्वितीय चरण में बुधवार को गांव दरियाबाद में दूसरे वर्ष के पहले प्रथम खरीफ का प्रशिक्षण आयोजित किया गया। कार्यक्रम मे वरिष्ठ परियोजना प्रबंधक डॉ. जे पी शर्मा ने बताया कि जैविक खेती में धान की बुवाई से पहले किसानों के द्वारा हरी खाद के लिए ढांचा और सुनाई की बुवाई की गई है। जिन किसानों ने सुनाई की बुवाई की है उन किसान को 500 रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान धनराशि तथा धन के बीज के लिए 500 रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान धनराशि जैविक खाद प्रोम के लिए भी 1000 रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान धनराशि मिलेगा। मेढ को ठीक करने के लिए 1000 रुपये प्रति एकड़ की दर से डीबीटी के माध्यम से किसानों के खाते में भेजी जाएगी। एडीओ कृषि अकुल शर्मा ने बताया कि जैविक विधि से लगाई जाने वाली धान की फसल के ल...